LPG Gas Cylinder 2025 : देश में हर घर की रसोई से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है जिससे आम जनता को थोड़ी राहत महसूस हो सकती है। हम सब जानते हैं कि एलपीजी गैस सिलेंडर हमारे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे गांव हो या शहर, हर जगह खाना बनाने के लिए लोग एलपीजी गैस का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में जब गैस सिलेंडर के दाम घटते हैं तो यह हर परिवार के बजट को थोड़ा हल्का कर देता है।
लंबे समय से लोग उम्मीद कर रहे थे कि एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कुछ राहत मिले, और अब यह राहत आई भी है। खास तौर पर उन लोगों के लिए यह खबर बड़ी राहत बनकर आई है जो महीने के खर्चों में गैस सिलेंडर की कीमतों को लेकर परेशान रहते हैं। आइए जानते हैं गैस सिलेंडर के ताजा दाम और किस शहर में कितना बदलाव हुआ है।
LPG Gas Cylinder 2025 Display
इस बार का बदलाव मुख्य रूप से कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में देखा गया है। 19 किलो के कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमत में ₹60 की कटौती की गई है। पहले इसकी कीमत ₹1751.80 थी, जो अब घटकर ₹1669.20 हो गई है। हालांकि घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है।
LPG Gas Cylinder 2025 Design
एलपीजी गैस सिलेंडर की बनावट और डिजाइन में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है लेकिन इसकी आपूर्ति और वितरण व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इंडेन, भारत गैस और एचपी जैसे बड़े ब्रांड लगातार यह कोशिश कर रहे हैं कि ग्राहकों को समय पर सिलेंडर मिले और ऑनलाइन बुकिंग से लेकर डिलीवरी तक का अनुभव बेहतर हो।
LPG Gas Cylinder 2025 Performance
गैस सिलेंडर की परफॉर्मेंस यानी उपयोगिता को लेकर उपभोक्ताओं की राय पहले से ही सकारात्मक रही है। एक सिलेंडर औसतन 20 से 25 दिन तक एक परिवार के लिए चलता है। रसोई गैस का दबाव और गुणवत्ता अच्छी बनी हुई है जिससे खाना जल्दी पकता है और समय की बचत भी होती है।
LPG Gas Cylinder 2025 Features
गैस एजेंसियों द्वारा अब ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा, पेमेंट विकल्पों में विविधता और ट्रैकिंग सुविधा भी दी जा रही है। ग्राहक अब घर बैठे मोबाइल ऐप से गैस बुक कर सकते हैं और उसकी डिलीवरी की स्थिति भी देख सकते हैं।
LPG Gas Cylinder 2025 Price
शहरों की बात करें तो नई दिल्ली में घरेलू गैस की कीमत अब ₹853 हो गई है जो पहले ₹803 थी। कोलकाता में यह ₹879, मुंबई में ₹852.50, नोएडा में ₹850.50 और हैदराबाद में ₹905 तक पहुंच गई है। कीमतों में यह इजाफा जरूरी था या नहीं, इस पर बहस हो सकती है लेकिन सरकार की ओर से बताया गया है कि यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार के अनुसार हुआ है।